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भक्त हनुमान का अयोध्या दहन

PAPI HARISHCHANDRA
PAPI HARISHCHANDRA
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व्यंग्य ………एक से एक सुपर हिट ड्रामों की बौछार हो रही है | बाहुबली -२ के बम्पर हिट होने का रेकार्ड आम आदमी पार्टी का “कपिल का आप दहन” ने तोड़ दिया | अभी “कपिल का आप दहन” रेकार्ड तोड़ सफलता प् रही थी की तभी एक और बम्पर धमाका करती हुयी बहुजन समाज पार्टी की “भक्त नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा बसपा दहन” रिलीज हो चुकी है | समीक्षक इस ड्रामे को मुंबई मैं जस्टिन बीबर की ९० मिनट की परफॉर्मेंस को भी तोड़ता महसूस कर रहे हैं | जस्टिन बीबर ग्रेमी अवार्ड विजेता कनाडाई सिंगर का जादू मान रहे थे जिसने केवल ९० मिनट के शो मैं १०० करोड़ खर्च करवाकर अरबो कमा लिए | ………………………………………………………लगता है “सिद्दीकी का बसपा का दहन” ‘कपिल के आप दहन’ के दर्शकों को तोड़ लेगी | किन्तु अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है की कौन आगे रहेगा कौन पीछे | दोनों ड्रामे जबर्दश्त हैं | जबर्दश्त कलाकारों से भरी हैं | अब आगे आने वाले क्लाईमेक्स ही इनके दर्शकों को बड़ा सकते हैं | भक्त हनुमान तो निस्वार्थ भक्ति करते स्वयं रुद्रावतार हैं उनकी चाहत कुछ नहीं हो सकती है | किन्तु भक्त नसीमुद्दीन सिद्दीकी ३४ वर्षों से जिस आराध्य मायावती की निस्वार्थ भक्ति कर रहे थे उसका बांध सतीश मिश्रा को दिए वरदान ने तोड़ दिया कैसे कोई अराध्य किसी नए भक्त को शक्ति प्रदान कर देता है | वर्षों से भक्ति करते पुराने भक्त उनके लिए नगण्य हो जाते हैं | आराध्य को सन्मति देने और अपनी मुक्ति के लिए भक्त ने ‘बसपा दहन’ का मुहूर्त करना ही पड़ा | …………………………………………………………..यह ड्रामा भी ऐसा है जिसके प्रोडूसर ,डिरेक्टर को कोई नहीं जानता | सिर्फ कल्पना की जा सकती है | पात्रों पर चलने वाले ड्रामा का क्लामेक्स ही उनको रिकार्ड तोड़ने को अग्रसर करेगा | ……………………………………………………………………………………………… बाहुबली -२ को मात करती “कपिल(हनुमान ) का आप (अयोध्या) दहन” सिद्ध हो रही है | बाहुबली -२ के अब तक के दर्शक भी केवल दो दिनों के दर्शकों को मात नहीं कर पाए हैं | बाहुबली -२ का रोमांच,स्टोरी फोटो ग्राफ़ी ,डाईलाग कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है | एक बेतुकी काल्पनिक कहानी बाहुबली को कटप्पा ने क्यों मारा सब कुछ बेकार है | ………………………………………………………………………………एक रोचकता से भरपूर वास्तविकता के धरातल पर क्षण क्षण कौतुहल जगाती “भक्त कपिल का आप दहन” है | भक्त (हनुमान ) द्वारा लंका दहन अब रोमांच पैदा नहीं कर पाती है किन्तु भक कपिल द्वारा अपने ही आराध्य (केजरीवाल ) पर बाण चलाना ,अपने आराध्य की ही अयोध्या(आप ) मैं दहन करना कितनी नयी कहानी है | …………………………………………………………………………………………भक्त हनुमान की तरह कपिल भी अपने आराध्य को हृदय मैं स्थापित किये रहते हैं | उनकी फोटो की दिन रात पूजा करते हैं | और उनसे अलग भी नहीं रहना चाहते हैं | अब अनसन भी हनुमान की तरह केजरीवाल केजरीवाल के जप जपते ही कर रहे हैं | प्रभो केजरीवाल आप मेरे आराध्य हो आपकी पार्टी को मैं नहीं छोडूंगा | किन्तु अपने मुक्ति मार्ग मैं आपके नाम केजरीवाल केजरीवाल जपते ही जाऊँगा | ……………………………………………………………………………………………रावण को भी तभी मुक्ति मिली थी जब उसने आपसे युद्ध किया था | आपके हाथों से मारा गया पापी से भी पापी रावण भी मुक्ति प् गया था | किन्तु मैं कपिल भक्त (हनुमान )की तरह मुक्ति के लिए तड़प रहा हूँ | पापी रावण तो युद्ध करके तुरंत मोक्ष प् गया किन्तु हनुमान आपका प्रिय भक्त होते हुए भी अभी तक जीवित तड़प रहे हैं | अतः युद्ध करना ही एक मात्रा मार्ग बचा है | रावण ने भी अपने मुक्ति मार्ग के लिए ही सीता का अपहरण ,जान कर किया था | एक भक्ति मैं डूबे कपिल के कितने भावात्मक उद्गार हैं | ….हे प्रभो आप तो मौन हो गए हो | मेरी दुष्टता के लिए मुझे प्रताड़ित करो | मौन धारण करके मुझे बेचैनी मत दो | ……………………………………………………………………………………………………………………………….शुक्राचार्य(मीडिया ) को भी भ्रमित कर देने वाला आपका ड्रामा अभी तक यही दर्शा रहा है की कपिल ‘आप’ का दहन कर रहा है | दर्शक ड्रामे मैं उलझे हैं अब क्या होगा अब क्या होगा | किन्तु भक्त जानता है की ‘आप’ के उद्धार के लिए ही आपने मुझे यह रोल दिया है | अपने आराध्य के लिए मुझे बलिदान होना भी सहर्ष स्वीकार है | ………………………………………………………………………………………………………………………………लोग भ्रमित हुए की केजरीवाल ने भ्रष्टाचार किया ,और शुक्राचार्य(मीडिया ) ने चिल्लाना शुरू कर दिया | शुक्राचार्य को चिल्लाने के लिए मजबूर करना ही तो उद्देश्य था किन्तु उसकी चिल्लाहट को कितने सुगम तरीके से आपके ड्रामे ने EVM की तरफ मोड़ दिया | दर्शकों की सांसें रूकती महसूस हो रही थी | ऐसा थ्रिलर रोमांच तो बाहुबली जैसी पिक्चर मैं भी नहीं था | …………………………………………………………………………………………………………………………….ज्ञानी बुद्धिमान व्यक्ति ही मौन धारण करता है क्यों की उसे भविष्य का ज्ञान होता है | धीर वीर पुरुषोत्तम भगवन राम भी ऐसे मौकों पर मौन ही धारण कर लेते थे | परशुराम जैसे क्रोधी के क्रोध को उन्होंने अपने मौन से ही शांत किया था | परम ज्ञानी मनमोहन सिंह जी भी ऐसे मौकों पर अपने मौन से ही समाधान कर लिया करते थे | …मौनी बाबा कहे जाने वाले नरसिंहराव जी के मौन ब्रत को तो शुक्राचार्य भी कभी नहीं तोड़ पाए थे | …………………………………………………………………………………………………………………………………………विपक्षी कांग्रेस और भाजपा वाले तो केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं | खूब चिल्लाओ शुक्राचार्य(मीडिया ) जी आपका चिल्लाना और भी केजरीवाल को शक्ति प्रदान कर रहा है | केजरीवाल भ्रष्ट नहीं हो सकता यह और भी जोर शोर से प्रचारित हो रहा | गुजरात मैं होने वाले चुनाव के लिए केजरीवाल का प्रचार शुक्राचार्य ही कर रहे हैं वह भी मुफ्त | ………………………………………………………………………………………………………………………………..गुजरात चुनाव बिना EVM के होंगे प्रेसर यही डाला जा रहा है | यदि EVM के बिना चुनाव हुए तो जीत अन्यथा एक बार फिर धांधली होने का प्रहार ….| ……………………………………………………………………………………………………………………………………एक ऐसा ड्रामा जिसका डायरेक्टर कौन है जनता अभी तक नहीं समझ सकी है | कोई कहता है इसके डिरेक्टर केजरीवाल एंड पार्टी है तो कोई भाजपा को मान रहा है | किन्तु कोई कांग्रेस को भी छुपा डिरेक्टर मान रहा है | एक ऐसा ड्रामा जिसके डिरेक्टर छुपा हुआ है | ……………………………………………………………………………………………………………………………………..बाहुबली का डिरेक्टर प्रोडूसर होना गौरव की बात है किन्तु इस ड्रामा की बात गौरव की बात होने पर भी डिरेक्टर प्रोडूसर छुपा रहना चाहता है | ……………………………………………………………………………………………………………………………………खैर पात्रों को जाहिर होना गौरव की बात अवश्य है किन्तु इसमें भी पेंच है | अभी पात्रों की भूमिका का पता नहीं चल प् रहा है कौन हीरो होगा कौन विलेन ….?…………………………………………………………………………………………………………………………..पूर्विया कहे जाने वाले लोग ही इसका निर्णय कर पाएंगे जिनके लिए ही इसका क्लाईमेक्स और भी रोचक होता जा रहा है | दिल्ली मैं रहने वाली 25 % पूर्वीय जनता को सम्मोहित करने के लिए ही मनोज तिवारी जी को इम्पोर्ट किया गया था और सम्मोहन सफल भी रहा | म्युनिसिपल चुनावों ने यह सिद्ध कर दिया | ………………………………………………………………………………………………………………………………….किन्तु एक ऐसा धुरंधर जिसका प्रभाव पूर्वियों मैं बहुत है उसको प्रभावित किये बिना मनोज तिवारी भी अगले विधान सभा मैं कुछ नहीं कर सकेंगे | …अतः भविष्य मैं दिल्ली को उत्तराखंड या उत्तर प्रदेश बनाना ही होगा | …………………………………………………………………………………………………………………………………….आखिर क्लाईमेक्स मैं कपिल मिश्रा हीरो बन मुख्यमंत्री बनेंगे या विलेन बन भाजपा मैं जाकर मुख्यमंत्री बनने का इंतजार करना होगा ….?…..पूर्वियों का मसीहा आखिर कौन बनेगा कपिल मिश्रा या मनोज तिवारी ….? .कपिल मिश्रा यदि भाजपा में चले गए तो एक और एक ग्यारह भी हो सकते हैं |………………………………………………………..केजरीवाल का मौन समझदारी दिखायेगा वो पूर्वियों को नाराज नहीं करेगा | पूर्वियों को नाराज करना मतलब भाजपा को विजय द्वार मैं आमंत्रित करना | …………………………….संभवतः कपिल मिश्रा की भक्ति रंग लाएगी और मुख्यमंत्री पद उन्हें वरदान स्वरुप मिल जायेगा और केजरीवाल जी पर जाँच बैठा दी जाएगी और वे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन प्रधानमंत्री पद की तरफ अग्रसर होंगे | …………………………………………………………………………………………………………………………..किन्तु आजकल ड्रामे का सुखांत नहीं किया जाता है , कुछ और ही निकल कर आता है | और ड्रामा बम्पर दर्शक जुटा लेता है | महान बागी भक्तों को भाजपा,अपनी भक्ति मैं आकर्षित करने मैं माहिर है | भगवन भी ऐसे भक्तों को वरदान तुरंत दे देते हैं | कपिल मिश्रा के दोनों हाथ वरदान के लिए खुले हैं कौन पाहिले वरदान देकर भक्त को शक्ति देता है …?..आप या भाजपा ………………………………..भक्त हनुमान और आराध्य राम का द्वन्द तो अकल्पनीय है किन्तु भक्त कपिल मिश्रा और आराध्य अरविन्द्र केजरीवाल का द्वन्द कितना रोचक बन चूका है | इसकी रोचकता भक्त नसीमुद्दीन सिद्दीकी और आराध्य मायावती के द्वन्द से कम नहीं हो सकती | जिसमें विलेन जनप्रिय बन चूका है | विलेन किसके लिए राम सिद्ध होगा , किसके लिए रावण , किसके लिए मुक्ति मार्ग देने वाला बनेगा ….? ………………………………………………………………………………………..ॐ शांति शांति शांति

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