आनंद (अच्छे दिन ) तीन प्रकार के होते हैं …..पूर्णानंद …नित्यानंद और परमानन्द ………केजरीवाल टाइप त्वरित पूर्णानंद पाना जो आज आनंदित होकर कल की पर्वा न करे | ……..नित्यानंद यानि सदा जैसे तैसे कांग्रेस की तरह आनंदित रहे ……किन्तु .भारतीय जनता पार्टी की तरह ..परमानन्द के लिए भक्ति करनी पड़ती है, श्रीमद्भागवत गीता पाठ करना पड़ता है , और लगातार योग करना पड़ता है | फिर भी साधक ,जन्म जन्मान्तरों मैं ही परमानन्द रूपी भगवत साक्षात्कार पाते हैं | ………अच्छे दिन तो तभी कहे जाते हैं | …………...अमित शाह जी ने तो केवल २५ वर्षों मैं अच्छे दिनों के परमानन्द का मार्ग दिखया है | ……२५ वर्ष बाद हम तुम रहें या न रहें लेकिन पैदा हुयी पीढ़ी तो जवान होकर अच्छे दिनों को भोग पाएगी | संस्कारों मैं पलने वाली पीढ़ी अमित शाह जी को भगवन की तरह पूजेगी | …..अच्छे दिनों के राम जवान होते होते ही २५ साल बाद ही तो सिंघासन पर बैठकर राम राज्य स्थापित कर पाएंगे | ………२५ साल बाद हिंदुस्तान विश्व की सर्वाधिक जनसख्या वाला देश बन जायेगा ,हमारे देश की प्रतिभाएं विदेशों मैं बस जाएंगी ,| …….भारत विश्व गुरु बन चूका होगा ……..| हमारे देश की अर्थव्यवस्था दुनियां मैं एक नंबर की होगी | अमेरिका चीन , जापान जैसे देश हाथ फैलाये रोज हिंदुस्तान के दरवाजे खटकटाते रहेंगे | …. ………………………….. अच्छे कर्म करके हमारी आत्मा ही स्वर्ग सुख भोगते अच्छे दिन पाती थी ,( सशरीर स्वर्ग मैं जाने की चाहत मैं त्रिशंकु की तरह नहीं लटकना होगा ) किन्तु २५ साल बाद हमें सशरीर ही स्वर्ग यानि चन्द्रमा या मंगल पर अच्छे दिनों का सुख भोगने का अवसर मिल जायेगा | फिर जन्म जन्मान्तरों तक या २५ वर्षों तक योग साधना की या गीता अनुसरण की जरुरत नहीं पड़ेगी | …..नित्य आनंद ही आनंद होगा | अच्छे दिन कभी नहीं जायेंगे | .………………………………………………………..जनता जनार्दन ने धैर्य रखना चाहिए ,अमित शाह जी ने कोई जन्म जन्मान्तरों की बात नहीं कही है केवल २५ वर्ष का ही समय माँगा है | जब एक बार कांग्रेस को आजमा चुके हो हमें भी २५ साल तक आजमा के देख लो | ……………………………………साधना जनता करेगी तो पता नहीं कब तक साधना करनी पड़े | किन्तु साधना तो मोदी जी ,अमित शाह जी ,भारतीय जनता पार्टी ही करके ,२५ सालों मैं अच्छे दिन रूपी परमानंद दे रहे है | २०२४ तक की एडवांस बुकिंग तो मोदी जी ने कर ही ली है | बचे १५ साल भी कोई योगी अच्छे दिनों की और अग्रसर करता रहेगा | ………………………………………………………………..पांच साल मैं १०० स्मार्ट सिटी ,तो २५ साल मैं ५०० स्मार्ट सिटी होंगे | कल्पना कीजिये ५०० स्मार्ट सिटी वाले देश की | स्वर्ग की अप्सराएं भी जहाँ दासी बनकर रहना चाहेंगी | झुग्गी झोपड़ी तो बीते दिनों की हो जाएंगी चाय वालों के खोके तो ढूंढ़ते रह जायेंगे | क्या कोई साधना करके भी स्वर्ग जाना चाहेगा | जनता को किसी प्रकार के कर्म करने की आवश्यकता नहीं होगी सारे कर्म रोबोट द्वारा किये जायेंगे | सब कुछ स्वचालित होता जायेगा | ………………………………………………………..कर्मण्ये वाधिकरश्ते माँ फलेषु कदाचनः ……………………………………………………………………….को भूलकर सिर्फ कामना ही कामना करनी होगी फल स्वयं ही हाजिर हो जायेगा | …….जिन्न की परिकल्पना सत्य हो या न किन्तु रोबोटिक जिंदगी साकार हो जाएगी | ……………………………………………द्रुतगामी ट्रैन ,द्रुतगामी एरोप्लेन ,द्रुतगामी वाहन से तीब्र द्रुतगामी मौत भी होगी किन्तु पुनर्जन्म भी उतना ही द्रुतगामी होगा | इसलिए मौत की भी कोई चिंता नहीं होगी | इन्सुरेंस भी जरूरी होगा | कहीं भी कोई भी चिंता नहीं होगी | ऐसी चिंता रहित मृत्यु अब तक किसी युग मैं नहीं होती होगी | …………………………आजकल के बुड्ढे सारे स्वर्गारोहण कर चुके होंगे ,जवान बुढ़ापे पर सांसे ले रहे होंगे किन्तु आजकल के जन्मे ,जवान होकर अच्छे दिनों का भरपूर आंनन्द लेंगे | …………………….कारें उड़ कर चलेंगी | शरीर के कटे अंग अपने आप उग आएंगे | मौत तो होगी ही नहीं | मष्तिष्क मैं लगी चिप ही नए शरीरों मैं ट्रांसफर होती रहेगी | सिर्फ पुराने अंग ही नाश होंगे ,आत्मा रुपी मष्तिस्क चिप ही स्थापन्न होता रहेगा | ……………………अपने हित के विपरीत धर्म जातिओं का नाश तो परमाणु हथिया कर ही देंगे | विश्व युद्ध होकर आबादी और भी सीमित हो जाएगी | जब आबादी कम होगी तो सुविधाएँ अपने आप अधिक मिलने लगेंगी |……………………………….अपनी नई पैदा हुयी नस्ल के अच्छे दिनों की कामना लिए मोदी भक्ति मैं रमते योग करते रहो | यह मत भूलना किसी साधना को बनाये रखने पर ही साधना का फल मिलते सिद्धी पाई जाती है | अतः भारतीय जनता पार्टी को ही लगातार वोट और सपोर्ट देकर जिताते रहना होगा | अन्यथा अच्छे दिनों के लिए की साधना के वर्ष द्विगुणित हो जाते हैं | यानि एक बार कांग्रेस या विपक्ष राज २५ वर्ष से द्विगुणित होकर ५० वर्ष हो जायेगा | ………….………….जिन अच्छे दिनों को पाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और उसके संस्थापकों को पाहिले भारतीय जनसंघ के रूप मैं २५ से अधिक सालों तक ..भटकना पड़ा फिर भी अच्छे दिन नहीं आये | रूप बदला ,रंग बदला कर्म बदला फिर भी २५ से अधिक वर्ष लग गए तब कहीं अच्छे दिन का जन्म ही तो हुआ है | जब किसी के अपने अच्छे दिन आते हैं तभी तो वह दूसरों के अच्छे दिनों की कामना कर सकता है | अच्छे दिन रुपी राम को जवान तो होने दो ,२५ सालों की जवानी मैं अच्छे दिन रूपी राम का राज्याभिषेक होगा तभी तो राम राज्य रूपी अच्छे दिन आएंगे | ……………………………..हिंदुस्तान की जनता धन्य है,अहोभाग्य है उसके .. जो अमित शाह जी और मोदी जी ,राम देव जी जैसे सिद्धों के युग मैं पैदा हुयी जिन्होंने केवल २५ वर्षों मैं ही परमानन्द रूपी अच्छे दिन लाने का बायदा किया है | ………………………..…………………………..ओम शांति शांति शांति
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