महाराष्ट्र मैं..” या देवी सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता …’.नमो’ नमः
PAPI HARISHCHANDRA
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लोकतंत्र को शक्ति युग का अंत माना जाता है | जहाँ शक्ति ( राजा ) को विभाजित कर दिया जाता है | उसकी शक्तियां विधायिका ,न्यायपालिका ,और कार्यपालिका मैं विभक्त कर दी जाती हैं | शक्ति जनता मैं विभक्त कर दी जाती है | लोकतंत्र यानी प्रजा तंत्र कहलाता है | ……………..शक्ति का यही रूप सब देवताओं की शक्ति को समाहित होकर दुर्गा बन जाती है | अंत मैं दुष्ट राक्षशों का नाश करके पुनः अपनी अपनी देव शक्ति मैं लीं हो जाती हैं | विकसित मनुष्य कितना ही शक्ति को जन हित के लिए विभक्त कर दे किन्तु शक्ति अपने आप ही प्राकृतिक रूप मैं उपज ही जाती है | पूर्व काल मैं राक्षस भी अपनी राक्षसी शक्ति को उपजा कर देवताओं पर हावी हो जाते थे | वर्तमान मैं भी शक्ति विभिन्न रूपों मैं विभिन्न स्थानों पर उपज ही जाती है | कौन सी शक्ति देव शक्ति है ,कौन सी शक्ति राक्षसी ….? शक्ति भी ,लक्ष्मी सी एक स्थान पर या एक जीव के पास सदा नहीं रहती | शक्ति युग का अंत होकर लोकतंत्र आता है ..| ऐसे ही शक्ति संपन्न जीव भी कभी न कभी असहाय होता ही है …………………………………………………………………………………………………………..महाराष्ट्र ...एक राष्ट्र का विशाल रूप ही होगा महाराष्ट्र ..| जहाँ की राजनीती भी शक्ति पूजन ही तो है | वहां की सारी राजनीतिक पार्टियां ………………………………………………………या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः …………………………………………….का अनवरत सम्पुट पाठ करते अपने को शक्ति स्वरूपा मान बैठी हैं | किन्तु पता नहीं किसके साथ राक्षसी शक्ति आएगी किसके साथ देवी ….| हर कोई शक्ति को अपने साथ पा रहा है | यहाँ की शक्ति सम्पूर्ण भारत मैं व्याप्त होकर देव राज या राक्षसी राज को बल देगा | ……………………………………………………...भारतीय जनता पार्टी एक सर्व शक्ति पाकर क्यों झुकेगी ..?| कांग्रेस विहीन करना जिसका मोटो है तो गठबंधन विहीन होना भी धर्म होता जायेगा | सिद्धी प्राप्त नरेंद्र मोदी जी की शक्ति जिसके साथ है उसे झुकना क्यों चाहिए | सर्व शक्तिमान हैं वह …| एक युग था जब विभिन्न पार्टियों मैं कांग्रेस ही जीतती थी | अब वह युग नहीं है अब मोदी लहर मैं विभिन्न पार्टियों मैं भारतीय जनता पार्टी ही जीतेगी | एक और एक ग्यारह होते हैं यह सब जानते हैं ,किन्तु एक माईनस एक जीरो ही होगा ,इसको गलत सिद्ध कर देना भी मोदी की सिद्धी ही होगी | तीनों प्रतिद्वंदी पार्टियों की शक्ति पाकर एक माईनस एक ,१११ बन जायेंगे | बाल ठाकरे की शक्ति से विहीन शिव सेना ,कांग्रेस की शक्ति ,और एन सी पी की शक्ति आपस मैं ही जीरो हो जाएंगी | अन्य राज्यों के गठबंधनी भी सबक पाते झुकते चले जायेंगे | राजनीतिज्ञ हो तो समझो ,शक्ति के आगे नतमस्तक रहो | पार्टी मैं एक सिद्ध है तो दूसरा चाणक्य …| अरविंदर केजरीवाल से सबक लो यही उधो को समझाती है | भारतीय जनता पार्टी बिना उधो तुम कुछ भी नहीं पा सकोगे | बाल ठाकरे की सी अनुभवी शक्ति नहीं है ,तुम्हारे अंदर | केजरीवाल की तरह सब कुछ गँवा बैठो ,यह हम नहीं चाहते हैं | ………………………………………………………………………………………….मैं कांग्रेस हूँ शक्तियां सदैव मेरे ही साथ रही हैं | भारतीय लोकतंत्र का मैं ही प्रणेता रहा हूँ | धर्म निरपेक्ष मेरी नीतियां रही हैं | भारत का जितना भी विकास हुआ है सब मेरी ही नीतियों का फल है | स्वेत क्रांति ,हरित क्रांति भी मेरी ही देन है | भारत की सारी राजनीतिक पार्टियां मेरी बीज से ही उपजी हैं | जो मुझसे लिपटी रहेंगी अपने को शक्तिशाली पाएंगी | वर्ना अपना अश्तित्व भी बचाना मुश्किल हो जायेगा | मोदी सुनामी सब ले उड़ेगी | ………………………………..मैं शरद पवार हूँ आजकल के चाणक्य मेरे सामने क्या कर सकते हैं नरसिंघराव के झाँसे मैं न आता तो प्रधानमंत्री मैं ही होता | मेरे बिना महाराष्ट्र मैं कुछ भी नहीं उपजा पाएगी कांग्रेस | भा जा पा तो शिव सेना मैं उलझ कर ही ध्वष्ट हो जाएगी | शक्ति का पर्याय हूँ मैं | महाराष्ट्र मैं मेरे बिना कुछ भी नहीं पाओगे | महाराष्ट्र की सिद्धी मेरे साथ है | नतमष्तक होना कांग्रेस की लाज बचा सकता है | ………..………………………….शिव सेना ,शिव की ही तो सेना है ,शिव श्रष्टी के सर्व शक्ति शाली भगवन हैं वे परमेश्वर हैं | सृष्टी की संहारक शक्ति भी उन्हीं के पास है | शक्ति उनकी अर्धनारीस्वरूप है | ऐसे शिव की सेना कितनी लोक परलोकपुनर्निमाणी कारक होगी | | ऐसे शिव की प्रतीकात्मक शिव सेना स्वयं शक्ति स्वरूपा ही तो है | जिनके भय से भयकर नाद करने वाले भी मियाओं भी नहीं कर पाये | तभी तो भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र मैं अंकुरित हो सकी | आज जब भारतीय जनता पार्टी को शक्ति का सहारा देकर केंद्र मैं मोदी सरकार बनाने का मार्ग दिया तो उसका यह धर्म नहीं होता की वह अपनी शक्ति के अंग को महाराष्ट्र मैं मुख्यमंत्री बनने दे | अहंकार हर शक्ति प्राप्त को हो ही जाता है | उसका अहंकार ध्वष्ट करना शिव का कर्तव्य होता है | शिव सेना ही उसके अहंकार का नाश कर देगी | शिव को अपने तीसरे नेत्र खोलने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी | ……………………………………………....एक और जहाँ देवता अपनी शक्ति का आवाहन कर रहे हैं तो राक्षस भी अपनी शक्ति का आवाहन कर रहे हैं लोक तंत्र है यहाँ जनता के पास ही तो शक्ति है किसको प्रदान करें | जनता की एक भूल फिर कहीं दुखों का कारण न बन जाये | माँ ..आप ही शक्ति स्वरूपा हो आप ही निश्चय करके अपने आप देवताओं की शक्ति बन जाना | ………………………………………………………..…हम मुर्ख जन तो फिर धोखा खा जायेंगे | …..हम तो यही जपते रहेंगे | हमारे लिए तो वही नतमष्तक का भागी होगा जहाँ आपका निवास हो जायेगा ……………………………………………..….या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता ,नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ……………………………………………………………….माँ ओम शांति शांति शांति का भास आपके आगोश मैं ही होगा
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