ऐसा लग रहा है की राजनीतिक दल चाणक्य नीति को भूल चुके हैं | उत्तर प्रदेश के गैर भा जपाई दल अपनी गंभीर हार से इतना भ्रमित हो चुके हैं कि अब वे उलटे सीधे बैटिंग करने लगे हैं | उन्हें यह लगने लगा है कि लोक सभा चुनाव की हार को विधान सभा भंग करवा कर कुछ बची खुची इज्जत बटोरी जाये | चाणक्य नीति के हिसाब से कितनी वेबकूफी युक्त सोच मैं जी रहे हैं | भारतीय जनता पार्टी की भयंकर सुनामी अभी थमी भी नहीं है और विधानसभा चुनाव मैं फिर अंधड़ की पछाड़ खाने को उन्मुक्त हो चुके हैं | क्या सिर्फ भारतीय जनता पार्टी मैं ही चाणक्य बुद्धी रह गयी है | क्या गैर भारतीय जनता पार्टी वाले कुछ अंधड़ मैं विखरा समेत पाएंगे | एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी फिर सब कुछ उड़ा कर ले जाएगी अभी सुनामी नहीं थमी है क्यों वेबकूफी कर रहे हैं | कभी बिजली पर ,कभी लॉ एंड आर्डर पर कभी बदायूं बलात्कार कांड पर उत्तर प्रदेश मैं राष्ट्रपति शासन पर आंदोलित हो रहे हैं | पिछली लोक सभा चुनावों मैं जो कुछ बचा सम्मान ओने कोने मैं हैं वह भी नहीं रहेगा | मायावती जी बहुत सीधी साधी राजनीती ही भाग्य ने आपको दी है | अभी आपको समाज वादी पार्टी को दुश्मन नहीं मानना चाहिए | आपको कुछ हासिल नहीं होगा सब हवा उड़ा ले जाएगी | अभी तो दुश्मन नंबर वन भाजपा ही है | विहार की तरह लालू नीतेश खेल खेलो तभी कुछ मिल सकेगा ,कांग्रेस को भी मिलो | अब स्टीयरिंग भा जा पा के हाथ मैं है अतः वह सब मत करो जो चाहती है | भा जा पा का यही मोटो है राज्यों को भी भा जा पा लहर से उड़ा दो | यदि भा जा पा मैं समाहित होने की इच्छा है तभी विधान सभा भंग करने कि कोशिस करो | मौन ही धारण कर लो | लगता है कांग्रेस भी कूटनीति भूल चुकी है | जनता को इस सुनामी मैं कुछ भी नैतिक नजर नहीं आने वाला है | उसे तो सिर्फ राम नाम पर ही भरोसा रह गया है | अब तो सारे गैर भाजपाई भी मिल जाओगे तो भी कुछ हासिल कर लो वह भी बहुत होगा | एक बार फिर आपका किया श्रीगणेश भारतीय जनता पार्टी ही समेटती नजर आ रही है | पुराना सिद्धांत कि ”समाजवादी पार्टी नहीं और कुछ भी चलेगा” को हटा दो ,अब नया सिद्धांत लिखो कि’‘ भारतीय जनता पार्टी नहीं और कुछ भी चलेगा” | राजनीती मैं सिद्धांतों की कोई महत्त्वता होती है ..? भूल जाओ अब बोलर कांग्रेस या समाजवादी पार्टी है | अब भारतीय जनता पार्टी की ही स्पिनो को झेलना पड़ेगा ,कब किधर मुड़ जाये नहीं समझ पाओगी | कहीं फिर जीरो पर आउट न होना पड़ जाये | …………………..….ओम शांति शांति शांति
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK
Read Comments