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मुर्ख ,गधा ,शैतान खतरनाक इंसान है नमो…अपनी पूँछ मैं आग लगाये घुमते रहते हैं ,जहाँ जाते हैं आग लगाते हैं | प्यार मैं कहा जाता है कि जिससे प्यार होता लगता है प्रारम्भ गाली गलौज या उसके दोष ही का बखान होता है | ऐसा ही कुछ राजनीती मैं भी होता है जिसको जितनी ज्यादा दोषारोपण ,आलोचना गाली गलौज की जाती है अचानक सारे दुर्गुणों का नाश करते सदगुणो मैं बदलते गले मिल लिया जाता है | क्या ममता बनर्जी का दोषारोपण भी ,गाली गलौज भी एक आकर्षण ही तो नहीं है ,कांग्रेस से छितराई ममता तीसरे मोर्चे की तमन्ना करते कहीं फिर भारतीय जनता पार्टी को तो गले नहीं लगाने वाली है | क्या यह समझा जाये कि यदि मोदी ही प्रधानमंत्री होंगे, तो मेरा समर्थन नहीं होगा | या मुझे प्रधानमंत्री बनाओगे तभी मेरा समर्थन भारतीय जनता पार्टी को होगा | क्या कांग्रेस के साथ बहुमत पाने वाली मुख्यमंत्री पद वाली ममता बनर्जी विना कांग्रेस के लोक सभा की कुछ ज्यादा सीटें पा लेंगी | तीसरे मोर्चे की अग्रणी होने का स्वप्न न रह जाये | तब रास्ता फिर भारतीय जनता पार्टी ही होगा | १६ मई को होने वाला मिलन का शुभारम्भ होगा | गाली गलौज ,दोषारोपण ,गिले सिकवे सब भूलना होगा | तभी सरकार बनाई जा सकेगी | पद प्रतिष्ठा ,लगाये धन की स्थिरता का जो सवाल होगा | होली मिलन क़ी आधारशिला भी तो रखनी होती है | समय कम रह गया है कुछ न कुछ तो करना ही होगा | मित्रता वहीँ स्थिर रह सकती है या होती है जहाँ शक्ति समानता होती है कहीं भारतीय जनता पार्टी शशक्त है तो कहीं तृणमूल पार्टी | नमो को हरिदास पाल समझना भी यही सिद्ध करता दर्शाता है कि हम किसी से कम नहीं | तुम नमो नाम वाले हो हम तुम्हें नमन नहीं कर रहे | समान शक्ति वाले गले ही मिलते हैं | नमन नहीं करते ..…| अतः प्रहार करोगे तो प्रतिउत्तर मैं प्रहार ही पाओगे | या यह समझा जाये कि कांग्रेस तुम्हारे लिए हरी झंडी है | कम्युनिष्टों को तो भी सम्भालना है कहीं फिर न उग जाएँ | क्या इन सब राजनीती को नहीं समझने वाले वास्तव मैं हरिदास पाल तो सिद्ध नहीं हो रहे जो बंगाल कि धरती मैं आकर, मित्रता का हाथ बढ़ाने क़ी बजाये शेर रूप से मुसलमानो और महिलाओं को डरा रहे हैं | बंगाली गैर बंगाली ,हिन्दू मुस्लिम को बाँट कर दंगा करने क़ी छूट नहीं दी जा सकती है | हमें भी इन्हीं लोगों से वोट मांगना है समझते क्यों नहीं …| क्या वापस धरातल मैं धूल चटवाओगे | तुम हरिदास पाल स्वयं ही सिद्ध हो रहे हो | कैसे सरकार बनाओगे ,कैसे सरकार चलाओगे ….? तीसरा ध्रुव कभी होता ही नहीं मत घबराओ | अशक्त स्वयं ही नष्ट हो जाते हैं | चिपकना शशक्त ध्रुव से ही पड़ता है | मजबूरी है | लोह कणों क़ी कोई शक्ति नहीं होती ,जिस ध्रुव से चिपकता है उन्हीं गुणों मैं बसता है | हमारा मुखौटा अलग है जिसमें हिन्दू मुस्लिम बंगाली ,गैर बंगाली, बांग्लादेशी ,नेपाली सभी समाहित हैं हमें उनका वोट हासिल करने दो | ममता प्रदेश है यह …| …ममता प्रदेश को घृणा प्रदेश मत बनाओ | …… भैया अरुण जेटली भी मेरे गुस्से और चिंता को समझ रहे हैं | काफी समझदार हैं | …….जब कुछ हासिल हो जायेगा तभी हम १६ मई को कह सकेंगे हरिदास पाल आ गले लग जा हम सरकार बनाएंगे | ……………………………………………………………………………………....ओम शांति शांति शांति
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