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चलो बुलावा आया है .. ..फारुख अब्दुल्ला होंगे १६वॆ लोकसभा के १६वे प्रधानमंत्री 16 मई को

PAPI HARISHCHANDRA
PAPI HARISHCHANDRA
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पाकिस्तान जाऊँ,……? क्या समुन्द्र मैं डूब जाऊँ…….?.| … मोदी को वोट न दूँ तो पाकिस्तान जाऊँ ,…… दूँ तो समुन्द्र मैं डूब मरूँ……. | एक तरफ कुआँ दूसरी तरफ खाई | लेकिन फारुख अब्दुल्ला का यह मार्ग सम्पूर्ण मुस्लिम जगत मैं गहराई तक चुभन पैदा कर गया है | जबकि कोई अन्य फरमान ,अरमान असर नहीं कर पाये | ,हिंदुस्तान ही नहीं पाकिस्तान ,अफगानिस्ता ,बांग्लादेश मैं भी यह चुभन महसूस की जा रही है | चर्चाएं आम हो चुकी है | कांग्रेस को भी यह ब्रम्हास्त्र सा लग रहा है | क्यों नहीं इस अस्त्र का प्रहार पहिले किया गया | फिर भी देर से ही इसका असर हो चूका है | महसूस हो रहा है कि यदि कांग्रेस बहुमत की ओर अग्रसर होती है तो मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण के कारक फारुख अब्दुल्ला ही होंगे | भविष्य मैं देश के मुस्लिमों को संगृहीत करने के कारक बनेंगे | जम्मू और कश्मीर की समश्या भी हल हो जाएगी | पाकिस्तान की बोलती भी बंद हो जाएगी | मुस्लमान भी महसूस करेगा कि हम तो कश्मीर ही मांग रहे थे भाग्य से पूरा हिंदुस्तान ही मुसलमानो की झोली मैं आ जायेगा | और मुस्लिम प्रधानमंत्री फारुख अब्दुल्ला घोषित हो सकते हैं | इस तुरुप के पत्ते का उपयोग कांग्रेस को अभी और आगे तक शासन की क्षमता प्रदान करता जायेगा | मुस्लमान अब दिग्भ्रमित नहीं होगा | पाकिस्तान से कश्मीर समश्या को लेकर युद्ध बंद हो जायेंगे | पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का विलय भी भारत मैं हो सकता है | पाकिस्तान की जगलर वेन ( गले की नस )कश्मीर जुड़ जाएगी | क्यों कि नवाज शरीफ कश्मीर हल निकलने को आतुर हो चुके हैं | पाकिस्तान एक मित्र राष्ट्र की तरह व्यव्हार करता जायेगा | कांग्रेस की डूबती नैया के पावनहार फारुख अब्दुल्ला बन जायेंगे | अब मुस्लमान गर्व से हिंदुस्तान को अपना देश मान सकेंगे | कोई रास्ता नहीं रहेगा ,मुसलमानो को संगृहीत करने का ,यदि फारुख अब्दुल्ला को प्रधान मंत्री नहीं घोषित किया गया | १६ मई को आने वाला चुनाव परिणाम यह स्वयं सिद्ध करता जायेगा | और हीरो होंगे फारुख अब्दुल्ला ही | और उन्हें पुरस्कृत करना मजबूरी हो जाएगी | महान विद्वान ,दहाड़ने वाले शेर ,और भ्रष्टाचार की झाड़ू , तीसरा मोर्चा भी मुंहकी खाते नजर आएंगे | सौ सुनार की एक लुहार की …| महीनो से चीखते को सिर्फ एक धोबी पाट ने चित कर दिया यही महसूस कर रहे हैं मुस्लमान | …………………..…प्रधानमंत्री कमजोर है कुर्सी छीनो …….विपक्ष को यही आभास करते कुर्सी की छीना झपटी मैं वोटों के चीथड़े चीथड़े हो चुके हैं | होगा वही ढाक के फिर तीन ही पात..| कुर्सी के लिए विपक्ष को लड़ा कर एक बार फिर कांग्रेस ही लौटेगी | सहयोगी पार्टियों से भी तालमेल न कर चुनाव लड़ना यही कूटनीतिक चाल है कांग्रेस की | क्या विहार क्या उत्तर प्रदेश या अन्य राज्य सभी जगह ही यही दिग्भ्रमित स्तिथी पैदा कर दी है | क्या भारतीय जनता पार्टी क्या ऐसे मैं बहुमत पा सकेगी केवल हिन्दू वोटो को हासिल करके लोकप्रिय सरकार बन सकेगी | नरेंद्र मोदी गुजरात मैं बहुमती सरकार तो चला सकते हैं ,क्या केंद्र मैं मिलीजुली सरकार बना सकेंगे ,बना भी ली तो क्या उनके दहाड़ते तेवर सरकार को चलने देंगे | पिछली गैर कांग्रेसी मिलीजुली सरकारों की तरह क्या होगा ..? बड़ी भाग्यशाली है कांग्रेस, परिस्तिथियाँ फिर हारकर भी कांग्रेस को ही मजबूत कर देंगी | कांग्रेस का प्रधानमंत्री कमजोर होगा किन्तु बहूमती सशक्त गठबंधन का ..| अभी बने या फिर टूट फूट के बाद ..| ………………………………………...बुलावा आया है ……………………………………….दौड़ो दौड़ो कुर्सी खाली है ,म्यूज़िक चालू है यह रूकेगा तभी जब कांग्रेस कुर्सी के पास होगी | हाँपते रहो दौड़ते रहो,दहाड़ते रहो ,दंगे करते रहो , बुरा भला बोलते रहो ,कीचड उछलते रहो ,म्यूज़िक चालू है | १६ मई को रूकेगा तब कांग्रेसी मन मोहना ही दिखेगा कुर्सी पर ..| ………………………………………………………………………………………...ओम शांति शांति शांति

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