माननीय संपादक मंडल बहुत बहुत आभार जो आपने मेरी पसंद को लगभग सत प्रतिसत अपनी पसंद बनाया ………………….| ………………………………………..याद है न उसने कहा था ,भयकर साहित्य अंतरिक्ष मैं कौन सितारे चमकते नजर आयेंगे सत प्रतिसत सही सिद्ध हुए | उसने तो पहले ही इन सूर्य चन्द्र नवग्रहों को पहिचान लिया था | इन नवग्रहों से बाहर तो कोई एक दो ही पहिचान बना पाये | यही नवग्रह अपने पर्यायबाची नामों से बार बार पूजित होते रहे हैं | कहाँ नजर आएंगे अन्य जब यही ध्रुव बने रहेंगे | नव ग्रहों की पूजा सर्वप्रथम अवश्य ही होती है यही शास्त्रोक्त विधान है ………………………………………………………………. साहित्याकाश के सूर्य संत लाल करुण जी,…… एक अदद गजल मेरे आगोश मैं भी ……, और… उर्वशी मैं नर नारी का निसर्ग निरूपण …मैं दो स्थानों पर पूजित हुए आपको सत सत प्रणाम |…………………………………………………..यमुना पाठक साहित्याकाश की आफ़ताबी चमक लिए चार चार पुरस्कार द्वारा पूजित हुईं कविता मैं….. मेनका और रम्भा …..,वे सच मैं हैंडसम थे …..,यह कैसी रूखसत है …..,सामाजिक संरचना मैं शिक्षा का मूल्य …(आलोचना )..,आप को परम प्रणाम बारम्बार प्रणाम हो …|………………………………..रंजन गुप्ता जी आपके संस्मरण….. तर्पण …,तमस (कविता )….,हमारे साहित्यिक मनीषी …..,(आलोचना) …,,पोलिथिन व पर्यावरण (सामाजिक आलोचना ) ……,कृष्ण और कृष्ण भक्ति काव्य मैं संगीत ……(आलोचना )…,ने तो सर्वत्र कल्याणी बसंत से सुंगधी फैला दी है | आप खुश रहो मेरी बधाईयां |…………………………………………………………………………आचार्य विजय गुंजन जी …उसने कहा था न कि …मेनका श्रंगार करने लगी है ….,जगत का प्रथन गणतंत्र …….., आपको वसंत मैं सुभाषित करेगा बधाई |…………………………………….फिरदौस खान जी याद है न उसने कहा था …….चांदनी रात मैं ……..,तू मेरे गोकुल का कान्हा …आपको डॉक्टर बनाएंगी …बधाई |……..वैद्य सुरेन्द्र पाल जी.…… जिस मोड़ पर …., गुनगुनाएं …,ने याद दिला ही दिया होगा जो उसने कहा था | बधाई |…………………………………………..शालिनी कौशिक जी सच्चाई ये ज़माने की ….,नारी हमेशा वेघर वेचारी …..,कविता ….बधाई ….,…………………………………निशा मित्तल जी…… श्राद्ध …..,गुनाह भूखमरी और अन्न की बर्बादी ….,(आलोचना )…..बधाई ………………………………………………...संजय कुमार गर्ग ……..जवानी बनाम बुढ़ापा …,……,बधाई हो ……..अब बुढ़ापा जल्द नहीं आयेगा |……………………….भगवन बाबू.…. जरा धीरे चलना …..,याद आया उसका कहा बधाई |,….निर्मला सिंह गौर …,मत सहेजो …,एक टुकड़ा चाँद का ….,बधाईयां याद करो …| जे एल सिंह जी …उसने कहा था याद है आपको …..क्या होगा आपका ……,श्रष्टि का श्रंगार कैसा ….,बधाईयां |…………सुलोचना जी उसने कहा था आपके सु लोचन …गुड़िया ….,अवश्य गजब ढाएंगे बधाई |………………………………………..शिखा कौशिक जी ……कहना अवध से …..,बधाई |…….यतीन्द्र नाथ चतुर्वेदी जी ….तरक्की की आत्म कथा …..,कहना उससे ,बधाई |…………………………………..नवोदित सितारे ………………………………..शोभा भारद्वाज ..नई फसल के पहले फल ….,संस्मरण त्रितीय स्थान पाया बधाई | प्रवीण दत्त शर्मा जी.…….. साम्प्रदायिकता……..,द्वितीय स्थान पाकर चमकी बधाई | अलका गुप्ता जी की……, मानव प्रकृति फाल्स सीलिंग ….,आलोचना, द्वितीय स्थान पाया बधाई |………………………………………………प्रशंसित सितारे …..अनिल कुमार …वह कुछ पाल ..| सरोज सिंह …जितने रंग की साड़ी….,बचा ही लेंगे हर कश्ती को …..| डॉ श्याम गुप्ता ….,उनके अश्कों को ….,| रेखा …,अपनापन ….|| अजय कुमार चौधरी …..सुबह की आस कर ….,| अमर लता …चारों ओर दुहाई है …|………………….वास्तविक अर्थों मैं नवोदित सितारे ही प्रशंसा के पात्र हैं ,जो इस भयंकर साहित्याकाश मैं स्थान बना पाये है लाख लाख बधाई दूधों नहाओ पूतों फलो |……………………………………..ॐ शांति शांति शांति
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