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मोदी का जादू नहीं टूटेगा , जब तक “आशाराम”रुपी पपलू है ,JAGRAN JUNCTION FORUM

PAPI HARISHCHANDRA
PAPI HARISHCHANDRA
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दिल्ली में आम आदमी पार्टी कि सफलता अवस्य ही उसे उत्साहित कर रही है ,लेकिन यह सिर्फ अस्थिरता ही पैदा कर सकती है | जो न स्वयं सत्तारूढ़ होगी न किसी को स्थिर सरकार बनाने देगी | जितना आम आदमी पार्टी मजबूत होगी | मोदी के सपने कमजोर होते जायेंगे |कांग्रेस तो यह मानकर ही चल रही है कि इस बार सत्ता मैं न आकर दिल्ली की तरह ही विपक्ष में ही बैठे और फिर जल्द ही उठा पठक के बाद पुनः बहुमत से सत्तारूढ़ हो | ……………………………………………………………………………..पपलू बने आशाराम ,युग युगांतरो में पैदा होने वाले महान संत आशाराम जी बापू ,अपने दुस्वप्न से बाहर निकलने वाले हैं |चार राज्यों की कांग्रेस की प्रताड़ित करने वाली हार ने सिद्ध कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी का” आशाराम “पपलू फिट हो चुका है | जुए में जीत उसी की होती है जिसके पक्ष में पपलू कार्ड होता है | पपलू को अपने कार्डों में कहीं भी फिट किया जा सकता है और सीरीज़ पूरी हो जाती है | …………………………………………………..महाभारत में भगवान कृष्ण भी पपलू कार्ड ही थे | जिनको अर्जुन ने अपनाया था और अकेले ही कृष्ण ने पांडवों को जीत दिलवाई थी | ……………..आशाराम के भक्त हों या ना हों ,सभी आशाराम पर इस बात से सहमत हैं कि आशाराम के साथ साजिस रची गयी | वे अपराधी थे या नहींयह अलग प्रश्न है | मीडिया ने उनके खिलाफ डटकर दुष्प्रचार कर , सारे प्रसाशन को प्रभावित कर, हिंदू भावनाओं को ठेस पहुँचाई | आम हिंदुओं ने इसे हिंदू धर्म पर प्रहार ही माना ,हिंदू धर्मी वा करोड़ों भक्तों ने यह सिद्ध ही कर दिया है ,भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड वोट देकर | राम मंदिर मुद्दे पर प्रचंड वोट हासिल करने वाली, भारतीय जनता पार्टी के एक बार फिर राम ही , आशाराम के रूप में वोट उत्परेरक बने | शायद राम ही फिर सत्तारूढ़ कराएँगे |…………………………………. मुस्लिम वोट हासिल करते हिंदुओं की अनदेखी , कांग्रेस को दुखदायी बन गयी |आशाराम की तांत्रिक शक्ति अब अपना असर दिखा रही है | अब आशाराम का महत्व , कांग्रेस को समझना पड़ेगा, नहीं तो ,लोक सभा चुनाव भी दुखदायी ही हो सकते हैं | अभी तो चौरासी कोसी परिक्रमा और भी हिंदुकरण करेगी | अब आशाराम ,व साधु संत रूपी हिंदू जन की भावनाओं को बदलना ही होगा ,यदि लोक सभा चुनाव को सार्थक रूप में जीतना है | यानी जिस जन भावना का लाभ भारतीय जनता पार्टी ले चुकी है ,उसे यदि कांग्रेस ने लेना है तो आशाराम की शरण में जाना ही होगा | ………………………. हो गये ना आशाराम पपलू | अब बनेंगे आशाराम कृष्णवतार | कैसे कौन ,हिंदू वोट बॅंक रूपी , आशाराम रूपी ,पपलू को भुनाता है, यह बढ़ा ही मनोरंजक होगा | क्या कांग्रेस हिंदू वोट काटने के लिए ‘आसरामदेव पार्टी बनाने में योगदान करेगी | या भारतीय जनता पार्टी और भी राम मय होकर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को सिद्ध कर हिंदू जन मत को फिर भुनाएगी | जो भी हो अब आशाराम बापू संत के अच्छे दिन का उदय लगभग निश्चित ही है | एक ओर जहाँ स्त्रियों के त्रिया चरित्र के खुलासे होने लग गये हैं | वह भी शुभ संकेत हैं | राजनीति का भूचाल अवश्य ही हिंदू वोट बॅंक रूपी आशाराम के महत्व को बढ़ाएगा | ……………………………………………………………………………………… कांग्रेस को अब साधु संतों ,या मंदिरों आदि में जाकर अपने हिंदू धर्म भक्ति भाव को हिंदू जन पर प्रदर्शित करना होगा | खासतौर से सोनिया गाँधी या राहुल गाँधी को हिंदू धर्म के प्रति आस्था ,लगाव दर्शाना होगा | अब वो युग नहीं ,जब कांग्रेस ही मुस्लिम वोट भुनती रहती थी | अब मुस्लिम वोट विभाजित हो चुके हैं | उनका लोभ छोड ८० प्रतिशत हिंदू वोट पर ध्यान केंद्रित करे | इससे भारतीय जनता पार्टी का हिंदू वोट काट कर उसे अशक्त करेगा | अब पुराने मुस्लिम वोट पूजा को छोड ,हिंदू वोट पूजा ही सार्थक होगी कांग्रेस के लिए …| साम्प्रदायिक हिंसा कानून विधेयक , को वापस लेना भी सार्थक कदम होगा | अतः उचित यही होगा कि आशाराम रूपी कृष्ण को अपनाकर होने वाले लोक सभा चुनाव रूपी महाभारत को जीत लो | आम आदमी पार्टी को तो ,भारतीय जनता पार्टी को काटने के लिए ही उपयोग किया जा सकता है |दो पंडित कभी एक मत नहीं हो सकते हैं | इसलिए निश्चिंत हों ,लौट के सरकार कांग्रेस की ही बनेगी ,जब तक आपातकाल ना लगेगा | मन से या बे मन से श्रद्धा हो या ना हो ,राजनीति में हिंदू देवताओं को ,साधु महात्माओं को मानना ही पड़ेगा पूजा अर्चना ही करनी ही होगी |मुस्लिम तुष्टिकरण ख़त्म करनी होगी ,तभी हिंदू जन भावनाएँ कांग्रेस की ओर लौटेंगी |………………………………………………………………. भ्रष्टाचार ,जैसे मुद्दे कोई असर नहीं ड़ाल सकते जहाँ सत प्रतिसत लोग भ्रष्ट हो चुके हों .| नई नई मिली सफलता ,और भ्रष्टाचार विरोध और नैतिकता की अकड़ कहीं फिर वी पी सिंह की वापसी न कर दे | अरविन्द केजरीवाल को अपना नैतिकता का मुखौटा बदलना शायद मुश्किल ही होगा | अगले पायदान पर जाने के लिए नैतिकता छोड़नी ही पढ़ेगी |…………………………….. ओम शांति शांति शांति …|

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