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किया किसी ने बलात्कार होते देखा है .आजतक ,,आशाराम

PAPI HARISHCHANDRA
PAPI HARISHCHANDRA
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किया किसी ने बलात्कार होते देखा है ,बलात्कार सिर्फ योन ही नहीं अन्य रूप मै भी हो सकता है किसी के आत्म सम्मान सत्ता की सुनियोजित रूप से धरासायी कर देना भी बलात्कार ही होता है , बल से धन पद सम्मान को हर लेना भी बलात्कार ही है किसी आरोपी को अपराधी की तरह ही सजा देना भी बलात्कार ही है ,जहाँ राजनीती मै अपराधी घोषित हो चुके भी जहाँ सत्ता, एश्वर्या , का भोग कर रहे है ,आरोपियों की तो गिनती ही नहीं हो सकती , जहा बड़े बड़े डॉन तो दूर की बात साधरण आरोपी भी स्वच्छंद है ,,,एक संत जो ४२५ धार्मिक आश्रम ,१७०० बल संस्कार केंद्र और ५० स्कूल चला रहा है किसी लाभ के लिए धन नहीं ले रहा है ,,,धार्मिक आचार विचार के लिए सत्संग करता है ,,सिर्फ आरोप्पी होने पर ही ,भयकर ढंग से टार्चर किया जा रहा है बड़े अपराधियों से तुलना करते हुआ अपसब्दो का प्रयोग किया जा रहा है ,,,ऐसा जघयन्य बलात्कार होता देख रही है जनता ,, अरे ठेकेदारो आरोपी को अपराधी तो सिद्ध होने दो ,,,,,,,किया सच्चाई है ये तो उजागर होने दो ,,,,,अग्नि परिक्चा ,,, ले रहे हो तो उसका परिणाम तो आने दो ,, ,, ,,,एक संत जो भगवन कृषण के उपदेश के अनुसार धर्म की स्थापना के लिए ही धार्मिक आश्रम ,बल संस्कार केंद्र , व स्कूल चला रहा है , , राजनेता ,राजनीती के खिलाडी , मिडिया जहा कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र है ,,वही एक संत के कहे शब्दों को अपराध घोषित कर दिया जा रहा है जो की समाज ब्यक्ति को सुधरने को ही कहे गए होंगे …..हिन्दू धर्म की ठेकेदार पार्टी भी ,,,जन मानुषो को भी सम्मोहित किया जा रहा है सुनियोजित तरीके से ,,,,,,,…आरपी को अपराध की ही सजा घोषित करो न की बाबा होने की भारत के सारे बाबा मुह छिपाए कंदराओ मै छुप कर अपने सम्मान की आशा मै है ,,,, धन्य है हमारे देश की ब्यवस्था ,, सांच को आंच कहाँ ,किया ये सच होगा कहा नहीं जा सकता …बस आम जनता तो यही कहती रहेगी ,,,,,ॐ… शांति ….शांति….. शांति ….

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